चेन्नई, 2 नवंबर . क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी), चेन्नई ने कहा कि Sunday को बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, लेकिन तमिलनाडु में भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है.
यह प्रणाली, जो वर्तमान में म्यांमार के दक्षिणी भागों और उससे सटे अंडमान सागर के ऊपर विकसित हो रही है, अगले 24 घंटों के दौरान और तीव्र होने की उम्मीद है.
आरएमसी ने अपने नए मौसम बुलेटिन में कहा, “दक्षिणी म्यांमार और उससे सटे अंडमान सागर के ऊपर मौजूदा चक्रवाती परिसंचरण के उसी क्षेत्र में मजबूत होकर एक निम्न दबाव के क्षेत्र में विकसित होने की संभावना है.”
हालांकि, इसने स्पष्ट किया कि अगले सात दिनों तक तमिलनाडु में भारी बारिश का कोई अनुमान नहीं है.
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि इस प्रणाली की गति और तीव्रता यह निर्धारित करेगी कि यह आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवदाब में विकसित होगा या एक चक्रवात में और मजबूत होगा.
फिलहाल, अगर परिस्थितियां अनुकूल रहीं, तो इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और इस सप्ताह के अंत में आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में छिटपुट वर्षा होने की उम्मीद है.
इस बीच, मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र, जो 31 अक्टूबर से बना हुआ था, अब कमजोर हो गया है.
यह प्रणाली, जो पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ी थी, Saturday सुबह एक सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया और उसी क्षेत्र में बना हुआ है.
आईएमडी के अनुसार, इस कमजोर होती प्रणाली के अगले 24 घंटों में उत्तर-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी अरब सागर और दक्षिण Gujarat तट की ओर बढ़ने की संभावना है और संभवतः विलुप्त होने से पहले फिर से एक छोटे निम्न दबाव क्षेत्र में विकसित हो सकती है.
भारतीय प्रायद्वीप के दोनों ओर विकसित हो रही मौसम प्रणालियों के बावजूद, अधिकारियों ने कहा कि तमिलनाडु में पूरे सप्ताह मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा और कुछ स्थानों पर हल्की या मध्यम बारिश की ही संभावना है.
चेन्नई और आसपास के जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है. अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे अंडमान सागर में मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, जहां हवा की गति 35-45 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जो विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के कारण कभी-कभी 55 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने नए सिस्टम के मजबूत होने के बाद आगे की जानकारी जारी की जाएगी.
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वीकेयू/एएस
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