नई दिल्ली: शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन के अंदर बने टनल में चार बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। ये सभी जंगल के रास्ते दीवार फांदकर अंदर घुसे और पकड़े जाने से बचने के लिए सबसे पहले अलार्म वायर काट दिया। इसके बाद टनल के भीतर कॉपर की केबल काटकर जंगल के रास्ते फरार हो गए। हैरानी की बात यह रही कि मेट्रो प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। हालांकि पूरी वारदात टनल के एंट्री और एग्जिट गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। आईजीआई एयरपोर्ट मेट्रो पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है।
मेट्रो पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सुधीर कुमार शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन पर सहायक सेशन इंजीनियर के पद पर पिछले तीन साल से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15 और 16 अक्टूबर की रात चार लोग जंगल के रास्ते टनल में दाखिल हुए। उन्होंने सबसे पहले अलार्म वायर काटा और फिर टनल के भीतर जाकर करीब 3.5 कोर की 120 एसक्यू एमएम की कॉपर वायर चोरी कर ली।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ घटना
कुछ लोगों को टनल के एग्जिट गेट से बाहर निकलते देखा और तुरंत ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर को सूचना दी। इसके बाद मेट्रो को रोका गया। जब सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो चारों आरोपी टनल के अंदर जाते और फिर बाहर निकलते दिखे। 16 और 17 अक्टूबर की रात सीआईएसएफ और डीएमआरसी की टीम मौके पर जांच के लिए पहुंची। जांच में पता चला कि अलार्म वायर काटी गई थी और केबल चोरी की गई थी। इसके बाद मामला दर्ज किया गया। हालांकि अभी तक आरोपियों का सुराग नहीं मिल पाया है।
2024 में मेट्रो में चोरी के दर्ज हुए 43 मामले
जानकारी के अनुसार, साल 2024 में मेट्रो में चोरी के कुल 43 मामले दर्ज हुए थे। इनमें 53 आरोपी पकड़े गए थे। लेकिन उस साल मेट्रो पुलिस सिर्फ 48.88% केस ही सुलझा सकी थी, जबकि 51% मामले अब भी अनसुलझे हैं।
मेट्रो पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सुधीर कुमार शिवाजी स्टेडियम मेट्रो स्टेशन पर सहायक सेशन इंजीनियर के पद पर पिछले तीन साल से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 15 और 16 अक्टूबर की रात चार लोग जंगल के रास्ते टनल में दाखिल हुए। उन्होंने सबसे पहले अलार्म वायर काटा और फिर टनल के भीतर जाकर करीब 3.5 कोर की 120 एसक्यू एमएम की कॉपर वायर चोरी कर ली।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ घटना
कुछ लोगों को टनल के एग्जिट गेट से बाहर निकलते देखा और तुरंत ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर को सूचना दी। इसके बाद मेट्रो को रोका गया। जब सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो चारों आरोपी टनल के अंदर जाते और फिर बाहर निकलते दिखे। 16 और 17 अक्टूबर की रात सीआईएसएफ और डीएमआरसी की टीम मौके पर जांच के लिए पहुंची। जांच में पता चला कि अलार्म वायर काटी गई थी और केबल चोरी की गई थी। इसके बाद मामला दर्ज किया गया। हालांकि अभी तक आरोपियों का सुराग नहीं मिल पाया है।
2024 में मेट्रो में चोरी के दर्ज हुए 43 मामले
जानकारी के अनुसार, साल 2024 में मेट्रो में चोरी के कुल 43 मामले दर्ज हुए थे। इनमें 53 आरोपी पकड़े गए थे। लेकिन उस साल मेट्रो पुलिस सिर्फ 48.88% केस ही सुलझा सकी थी, जबकि 51% मामले अब भी अनसुलझे हैं।
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