नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर फिर से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए क्योंकि देश में कानून व्यवस्था से जुड़ी ज्यादातर गड़बड़ियों के लिए यही संगठन जिम्मेदार है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मेरा व्यक्तिगत विचार है कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ को सच में बदलने में माहिर हैं।   
   
मेरा निजी विचार है कि... खरगे ने संघ पर क्या कहा
खरगे ने सरदार पटेल के 1948 में जारी लेटर का जिक्र करते हुए संघ पर निशाना साधा। उन्होंने दो टूक कहा, 'ये मेरे निजी विचार हैं और मैं खुले तौर पर कहता हूं कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री वल्लभभाई पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो ऐसा किया जाना चाहिए। देश में सभी गलतियां और यहां कानून-व्यवस्था की सभी समस्याएं भाजपा और आरएसएस की देन हैं।'
   
   
खरगे ने बताया सरदार पटेल के लेटर में क्या था
खरगे ने कहा कि सरदार पटेल ने 4 फरवरी 1948 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को एक पत्र लिखा, जिस पत्र में उन्होंने ये कहा कि महात्मा गांधी मृत्यु पर आरएसएस वालों ने हर्ष प्रकट किया और मिठाई बांटी, उससे यह विरोध और बढ़ गया। इन हालत में सरकार के पास संघ के खिलाफ कदम उठाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा था। यह पत्र सरदार पटेल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखा था कि जो रिपोर्ट आई है, आरएसएस और हिंदू महासभा की राजनीति के कारण जैसा माहौल देश में बना उसी की वजह गांधी जी की हत्या की वजह बनी। इसके बाद पटेल जी ने आरएसएस को बैन किया था।
   
आरएसएस-बीजेपी पर जमकर वार
मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि देश में कानून व्यवस्था से जुड़ी ज्यादातर गड़बड़ियों के लिए आरएसएस और बीजेपी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक स्वरूप की रक्षा के लिए आरएसएस को प्रतिबंधित किया था। बीजेपी हर चीज के लिए कांग्रेस को दोष देते हैं तो अपनी करतूत को भी देख लीजिए।
   
प्रधानमंत्री मोदी राजा कि तरह व्यवहार करते हैं: खरगे
कांग्रेस मुखिया ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजा कि तरह व्यवहार करते हैं, इस पर जयराम रमेश ने कहा कि राजा नहीं सम्राट तो खड़गे ने रमेश को टोकते हुए कहा कि सम्राट नहीं बन सकते हैं क्योंकि कई राज्यों में अभी उनकी सरकार नहीं है। केंद्र में भी नायडू और नीतीश के सहारे हैं।
   
सरदार पटेल का जिक्र कर नेहरू पर कही ये बात
खरगे ने कहा कि सच को जितना मिटाने की कोशिश कर लो, वह नहीं मिटेगा। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री और बीजेपी हमेशा स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के बीच झगड़ा दिखाने की कोशिश करते हैं, जबकि नेहरू और पटेल के बहुत अच्छे रिश्ते थे और पटेल ने नेहरू को जनता का नेता बताया था।
   
दही में कंकड़ मत ढूंढो, खरगे की बीजेपी को नसीहत
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी से कहना चाहता हूं कि दही में कंकड़ मत ढूंढो। आपका इतिहास सबको मालूम है। नेहरू ने ही सबसे पहले गुजरात में पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया था और सरदार सरोवर बांध की बुनियाद रखी थी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरदार पटेल अन्य रियासतों की तरह पूरे कश्मीर को भारत में मिलाना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा नहीं होने दिया।
   
पीएम मोदी ने सरदार पटेल को लेकर किया ये दावा
पीएम मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के एकता नगर में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के बाद लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि इतिहास लिखने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए बल्कि इतिहास बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
   
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल पूरे कश्मीर का एकीकरण करना चाहते थे जैसा उन्होंने अन्य रियासतों के साथ किया था। लेकिन नेहरू जी ने उनकी इच्छा पूरी नहीं होने दी। कश्मीर का विभाजन हुआ, उसे अलग संविधान और अलग झंडा दिया गया और कांग्रेस की इस गलती का खामियाजा देश को दशकों तक भुगतना पड़ा।
  
मेरा निजी विचार है कि... खरगे ने संघ पर क्या कहा
खरगे ने सरदार पटेल के 1948 में जारी लेटर का जिक्र करते हुए संघ पर निशाना साधा। उन्होंने दो टूक कहा, 'ये मेरे निजी विचार हैं और मैं खुले तौर पर कहता हूं कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री वल्लभभाई पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो ऐसा किया जाना चाहिए। देश में सभी गलतियां और यहां कानून-व्यवस्था की सभी समस्याएं भाजपा और आरएसएस की देन हैं।'
#WATCH | Delhi: When asked if RSS should be banned again, Congress national president Mallikarjun Kharge says, "These are my personal views and I openly say that there should be one (a ban on the RSS). If PM respects the views presented by Vallabhbhai Patel, this should be done.… pic.twitter.com/Yb8lgOi3Fu
— ANI (@ANI) October 31, 2025
खरगे ने बताया सरदार पटेल के लेटर में क्या था
खरगे ने कहा कि सरदार पटेल ने 4 फरवरी 1948 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को एक पत्र लिखा, जिस पत्र में उन्होंने ये कहा कि महात्मा गांधी मृत्यु पर आरएसएस वालों ने हर्ष प्रकट किया और मिठाई बांटी, उससे यह विरोध और बढ़ गया। इन हालत में सरकार के पास संघ के खिलाफ कदम उठाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा था। यह पत्र सरदार पटेल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखा था कि जो रिपोर्ट आई है, आरएसएस और हिंदू महासभा की राजनीति के कारण जैसा माहौल देश में बना उसी की वजह गांधी जी की हत्या की वजह बनी। इसके बाद पटेल जी ने आरएसएस को बैन किया था।
आरएसएस-बीजेपी पर जमकर वार
मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि देश में कानून व्यवस्था से जुड़ी ज्यादातर गड़बड़ियों के लिए आरएसएस और बीजेपी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक स्वरूप की रक्षा के लिए आरएसएस को प्रतिबंधित किया था। बीजेपी हर चीज के लिए कांग्रेस को दोष देते हैं तो अपनी करतूत को भी देख लीजिए।
प्रधानमंत्री मोदी राजा कि तरह व्यवहार करते हैं: खरगे
कांग्रेस मुखिया ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राजा कि तरह व्यवहार करते हैं, इस पर जयराम रमेश ने कहा कि राजा नहीं सम्राट तो खड़गे ने रमेश को टोकते हुए कहा कि सम्राट नहीं बन सकते हैं क्योंकि कई राज्यों में अभी उनकी सरकार नहीं है। केंद्र में भी नायडू और नीतीश के सहारे हैं।
सरदार पटेल का जिक्र कर नेहरू पर कही ये बात
खरगे ने कहा कि सच को जितना मिटाने की कोशिश कर लो, वह नहीं मिटेगा। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री और बीजेपी हमेशा स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के बीच झगड़ा दिखाने की कोशिश करते हैं, जबकि नेहरू और पटेल के बहुत अच्छे रिश्ते थे और पटेल ने नेहरू को जनता का नेता बताया था।
दही में कंकड़ मत ढूंढो, खरगे की बीजेपी को नसीहत
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी से कहना चाहता हूं कि दही में कंकड़ मत ढूंढो। आपका इतिहास सबको मालूम है। नेहरू ने ही सबसे पहले गुजरात में पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया था और सरदार सरोवर बांध की बुनियाद रखी थी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरदार पटेल अन्य रियासतों की तरह पूरे कश्मीर को भारत में मिलाना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा नहीं होने दिया।
पीएम मोदी ने सरदार पटेल को लेकर किया ये दावा
पीएम मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के एकता नगर में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के बाद लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि इतिहास लिखने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए बल्कि इतिहास बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल पूरे कश्मीर का एकीकरण करना चाहते थे जैसा उन्होंने अन्य रियासतों के साथ किया था। लेकिन नेहरू जी ने उनकी इच्छा पूरी नहीं होने दी। कश्मीर का विभाजन हुआ, उसे अलग संविधान और अलग झंडा दिया गया और कांग्रेस की इस गलती का खामियाजा देश को दशकों तक भुगतना पड़ा।
You may also like
 - जाओ, जाओ… आगे बढ़ो, जंगल में जाओ… हाथी मित्र दल ने जाने को कहा रास्ता छोड़ बढ़ा हाथियों का दल, संचार की अनोखी कहानी
 - बिहार चुनाव : शेरगढ़ की ऐतिहासिक भूमि चेनारी पर जातीय समीकरण और दल-बदल की पटकथा –
 - मोतिहारी सीट: गांधी के चंपारण सत्याग्रह की धरती पर चुनावी जंग, भाजपा का मजबूत किला
 - मथुरा में दिनेश बीड़ी वाले मालिक का मर्डर, बेटे ने ही मारी गोली, फिर खुद की कनपटी पर किया फायर; दोनों की मौत
 - दिल्ली इकाई के लिए कांग्रेस के नए जिला अध्यक्षों की घोषणा, एमसीडी उपचुनाव इंचार्ज नियुक्त




