नई दिल्लीः UPSC की तैयारी कर रहे रामकेश मर्डर केस को लेकर कई चौंका देने वाले तथ्य सामने आए हैं। सबसे अहम वो हार्ड डिस्क है, जिसे लेकर अमृता परेशान थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमृता को डर था कि यह विडियो कभी भी वायरल या गलत हाथों में पड़ सकते हैं। जिससे उसके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि अमृता को उसके गलत आचरण की वजह से परिवार ने जुलाई 2024 में अखबार में एड देकर सार्वजनिक रूप से करीब डेढ़ साल पहले ही बेदखल कर दिया था। हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है।
हालात देखकर थोड़ा शक हुआ था पुलिस कोपुलिस सूत्रों का कहना है कि रामकेश 2017 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। उनके संपर्क में कौन कौन लड़कियां थी यह हार्ड डिस्क की जांच से पता चलेगा। वहीं, स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर रविंद्र यादव के मुताबिक जांच में यह भी सामने आया है कि 16 से 17 लड़कियों के भी विडियो /तस्वीरें उस हार्ड डिस्क में है। हालांकि उनकी तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है। फोटो और विडियो से लगता है कि रामकेश की कई लड़कियों से दोस्ती थी, लेकिन वे अब तक सामने नहीं आए है। इधर जांच कर रही पुलिस टीम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हार्ड डिस्क एफएसएल भेज दी है।
जरूरत पड़ने पर रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछफिलहाल छानबीन के दौरान पुलिस को रामकेश का मोबाइल फोन बरामद नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ी तो तीनों ही आरोपी अमृता चौहान, सुमित कश्यप और संदीप को दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने रामकेश का मोबाइल कमरे में ही छोड़ दिया था, पुलिस को जांच के दौरान जला हुआ मोबाइल नहीं मिला। जांच टीम से जुड़े सूत्रों ने वारदात को लेकर बताया कि उस समय अमृता पहले से फ्लैट में मौजूद थी। देर रात सुमित व संदीप उसके फ्लैट पर पहुंचे। रामकेश की हत्या के बाद संदीप वहां से निकल गया। बाद में अमृता और सुमित ने फ्लैट की तलाशी लेकर हार्ड डिस्क बरामद करने के बाद वहां मौजूद दोनों लैपटॉप भी ले लिए। अमृता ने रामकेश के ट्रॉली बैग में अपने कपड़े भर लिए और दो लैपटॉप, बाकी सामान लेकर निकल गए।
फटा हुआ सिलिंडर कमरे में मिलामूलरूप से राजस्थान निवासी मृतक रामकेश के परिवार में माता-पिता व भाई हैं। रामकेश ने द्वारका के एक नामी कॉलेज से बीटेक किया था। वह तिमारपुर के गांधी विहार में चौथी मंजिल पर फ्लैट लेकर किराए पर रह रहे थे। जबकि मुरादाबाद निवासी अमृता का सुमित पूर्व प्रेमी है। वह भी मुरादाबाद से है। वहीं सुमित का दोस्त संदीप है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में संदीप ने दावा किया कि उसे बस हार्ड डिस्क बरामद करने की बात कर लाया गया था। उसे नहीं पता था कि वह रामकेश की हत्या करने वाले हैं। सुमित ने बिना बताए संदीप को दिल्ली बुला लिया था। सूत्रों के मुताबिक समय आग की घटना के लिए फारेंसिक टीम को बुलाया गया। वहां के सारे हालात देखकर कुछ शक हुआ। टीम को फटा हुआ सिलिंडर कमरे में मिला जो अजीब लगा। रामकेश के परिजनों ने भी हादसे पर शक जाहिर किया था।
पुलिस को अमृता पर हुआ था शकपुलिस ने अमृता के मोबाइल फोन की लोकेशन को खंगाला तो पता चला कि घटना के समय वह फ्लैट में ही थी। इस आधार पर पुलिस को अमृता पर शक हुआ और उसके नंबर की सीडीआर निकलवाई। उसका मोबाइल लगातार बंद आ रहा था। पुलिस ने मुरादाबाद में उसके घर, रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की। 18 अक्टूबर को सबसे पहले अमृता को मुरादाबाद से पकड़ लिया गया। 21 अक्टूबर को मुरादाबाद से ही सुमित कश्यप और 23 अक्टूबर को संदीप कुमार को दबोचा।
हालात देखकर थोड़ा शक हुआ था पुलिस कोपुलिस सूत्रों का कहना है कि रामकेश 2017 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। उनके संपर्क में कौन कौन लड़कियां थी यह हार्ड डिस्क की जांच से पता चलेगा। वहीं, स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर रविंद्र यादव के मुताबिक जांच में यह भी सामने आया है कि 16 से 17 लड़कियों के भी विडियो /तस्वीरें उस हार्ड डिस्क में है। हालांकि उनकी तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है। फोटो और विडियो से लगता है कि रामकेश की कई लड़कियों से दोस्ती थी, लेकिन वे अब तक सामने नहीं आए है। इधर जांच कर रही पुलिस टीम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हार्ड डिस्क एफएसएल भेज दी है।
जरूरत पड़ने पर रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछफिलहाल छानबीन के दौरान पुलिस को रामकेश का मोबाइल फोन बरामद नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ी तो तीनों ही आरोपी अमृता चौहान, सुमित कश्यप और संदीप को दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने रामकेश का मोबाइल कमरे में ही छोड़ दिया था, पुलिस को जांच के दौरान जला हुआ मोबाइल नहीं मिला। जांच टीम से जुड़े सूत्रों ने वारदात को लेकर बताया कि उस समय अमृता पहले से फ्लैट में मौजूद थी। देर रात सुमित व संदीप उसके फ्लैट पर पहुंचे। रामकेश की हत्या के बाद संदीप वहां से निकल गया। बाद में अमृता और सुमित ने फ्लैट की तलाशी लेकर हार्ड डिस्क बरामद करने के बाद वहां मौजूद दोनों लैपटॉप भी ले लिए। अमृता ने रामकेश के ट्रॉली बैग में अपने कपड़े भर लिए और दो लैपटॉप, बाकी सामान लेकर निकल गए।
फटा हुआ सिलिंडर कमरे में मिलामूलरूप से राजस्थान निवासी मृतक रामकेश के परिवार में माता-पिता व भाई हैं। रामकेश ने द्वारका के एक नामी कॉलेज से बीटेक किया था। वह तिमारपुर के गांधी विहार में चौथी मंजिल पर फ्लैट लेकर किराए पर रह रहे थे। जबकि मुरादाबाद निवासी अमृता का सुमित पूर्व प्रेमी है। वह भी मुरादाबाद से है। वहीं सुमित का दोस्त संदीप है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में संदीप ने दावा किया कि उसे बस हार्ड डिस्क बरामद करने की बात कर लाया गया था। उसे नहीं पता था कि वह रामकेश की हत्या करने वाले हैं। सुमित ने बिना बताए संदीप को दिल्ली बुला लिया था। सूत्रों के मुताबिक समय आग की घटना के लिए फारेंसिक टीम को बुलाया गया। वहां के सारे हालात देखकर कुछ शक हुआ। टीम को फटा हुआ सिलिंडर कमरे में मिला जो अजीब लगा। रामकेश के परिजनों ने भी हादसे पर शक जाहिर किया था।
पुलिस को अमृता पर हुआ था शकपुलिस ने अमृता के मोबाइल फोन की लोकेशन को खंगाला तो पता चला कि घटना के समय वह फ्लैट में ही थी। इस आधार पर पुलिस को अमृता पर शक हुआ और उसके नंबर की सीडीआर निकलवाई। उसका मोबाइल लगातार बंद आ रहा था। पुलिस ने मुरादाबाद में उसके घर, रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की। 18 अक्टूबर को सबसे पहले अमृता को मुरादाबाद से पकड़ लिया गया। 21 अक्टूबर को मुरादाबाद से ही सुमित कश्यप और 23 अक्टूबर को संदीप कुमार को दबोचा।
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