समय के साथ साइबर ठग और भी ज्यादा शातिर होते जा रहे हैं। इस बात की पुष्टि बिजनौर के एक अनोखे मामले से हो जाती है, जहां WhatsApp पर शादी का कार्ड भेजकर ठगों ने 100 से ज्यादा लोगों के फोन हैक कर लिए। यह कार्ड एक फोटो के रूप में था, जिसें एक WhatsApp ग्रुप पर फॉरवर्ड कर दिया गया था। इसके बाद जिस किसी ने भी उस कार्ड को खोला उनके फोन में APK इंस्टॉल हो गई। इसके बाद लोगों का अपने फोन पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं रहा और उनके फोन से खुद ब खुद मैसेजेस जाने लगे। हालांकि इस घटना में ज्यादा आर्थिक नुकसान न होने की बात सामने आई है लेकिन जल्द ही शादियों का सीजन आने वाला है और साइबर ठग इस पैंतरे का इस्तेमाल और भी ज्यादा करेंगे। ऐसे में समझते हैं कि आप कैसे इस तरह की ठगी से बच सकते हैं।
क्या होती है APK?APK एक तरह का फाइल फॉर्मेंट है जिसमें एंड्रॉइड ऐप का पूरा इंस्टॉलेशन पैकेज होता है। साइबर ठग WhatsApp पर कोई फोटो या लिंक भेजकर APK सामने वाले के फोन में इंस्टॉल करवा देते हैं। इस तरह के किसी लिंक या फोटो को खोलते ही फोन साइडलोडिंग के जरिए ऐप को फोन में इंस्टॉल करना शुरू कर देता है। अगर यूजर जानकार न हो और फोन में जरूरी सेटिंग्स ऑफ हों तो ठगों के बनाए ऐप लोगों के फोन में आसानी से इंस्टॉल हो जाते हैं। इस तरह के आप यूजर के फोन का डेटा चुरा सकते हैं या फिर ठगों को फोन का रिमोट एक्सेस भी दे सकते हैं।
ऐसे करें अपना बचावइस तरह की ठगी का शिकार बनने से बचने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। WhatsApp, SMS या ईमेल पर अनजान नंबरों से आने वाले लिंक और फोटो बिलकुल भी न खोलें। आने वाले शादी के सीजन में अगर आपको किसी अनजान नंबर से कार्ड या कोई लिंक आता है, तो बिना खोले डिलीट कर देने में ही समझदारी होगी। इसके अलावा अपने फोन पर Unknown Sources से ऐप इंस्टॉल करने की परमिशन को ऑफ रखें। जब तक यह परमिशन आप अपने फोन को नहीं देते, तब तक आपका फोन प्ले स्टोर के अलावा कहीं से भी किसी APK को इंस्टॉल नहीं कर सकता है।
ऐसे करें जरूरी सेटिंगअगर आप नहीं चाहते कि आपके फोन में कहीं से कोई अनजान ऐप इंस्टॉल हो जाए, तो इसके लिए: अपने फोन की सेटिंग्स में जाएं और सबसे ऊपर मौजूद सर्च बार में ‘Unknown’ लिखकर सर्च करें। इसके बाद Install Unknown Apps पर टैप करें अब आपको वे तमाम ऐप्स दिखाई देंगी जिनके जरिए आप APK डाउनलोड करके Play Store का इस्तेमाल किए बिना किसी ऐप को इंस्टॉल कर सकते हैं। यहां पक्का करें कि दिखाई दे रही हर एक ऐप के लिए Not Allowed को चुना गया हो। इसके बाद आपके फोन पर बिना आपकी परमिशन के कोई ऐप साइडलोड नहीं की जा सकेगी।
क्या होती है APK?APK एक तरह का फाइल फॉर्मेंट है जिसमें एंड्रॉइड ऐप का पूरा इंस्टॉलेशन पैकेज होता है। साइबर ठग WhatsApp पर कोई फोटो या लिंक भेजकर APK सामने वाले के फोन में इंस्टॉल करवा देते हैं। इस तरह के किसी लिंक या फोटो को खोलते ही फोन साइडलोडिंग के जरिए ऐप को फोन में इंस्टॉल करना शुरू कर देता है। अगर यूजर जानकार न हो और फोन में जरूरी सेटिंग्स ऑफ हों तो ठगों के बनाए ऐप लोगों के फोन में आसानी से इंस्टॉल हो जाते हैं। इस तरह के आप यूजर के फोन का डेटा चुरा सकते हैं या फिर ठगों को फोन का रिमोट एक्सेस भी दे सकते हैं।
ऐसे करें अपना बचावइस तरह की ठगी का शिकार बनने से बचने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। WhatsApp, SMS या ईमेल पर अनजान नंबरों से आने वाले लिंक और फोटो बिलकुल भी न खोलें। आने वाले शादी के सीजन में अगर आपको किसी अनजान नंबर से कार्ड या कोई लिंक आता है, तो बिना खोले डिलीट कर देने में ही समझदारी होगी। इसके अलावा अपने फोन पर Unknown Sources से ऐप इंस्टॉल करने की परमिशन को ऑफ रखें। जब तक यह परमिशन आप अपने फोन को नहीं देते, तब तक आपका फोन प्ले स्टोर के अलावा कहीं से भी किसी APK को इंस्टॉल नहीं कर सकता है।
ऐसे करें जरूरी सेटिंग
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