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चूरू पुलिस का बड़ा एक्शन: शराब ठेके पर फायरिंग का मास्टरमाइंड और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हार्डकोर अपराधी कपिल पंडित गिरफ्तार

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जयपुर, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). चूरू ज़िला पुलिस ने राजगढ़ कस्बे में शराब ठेके पर हुई फायरिंग के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हार्डकोर अपराधी और मास्टरमाइंड कपिल पंडित को गिरफ्तार किया है. आरोपी वर्तमान में भिवानी जिला जेल में सजा काट रहा था, जहां से उसे दस्तयाब कर पुलिस हिरासत में लिया गया.

ठेके में हिस्सेदारी के लिए रची थी फायरिंग की साजिश

Superintendent of Police जय यादव ने बताया कि 9 अक्टूबर को राजगढ़ कस्बे के सांखू फाटक स्थित शराब ठेके पर दो अज्ञात युवकों ने सेल्समैन पर फायरिंग की थी. इस फायरिंग का उद्देश्य दहशत फैलाकर ठेके में हिस्सेदारी लेना था.
घटना के बाद थाना राजगढ़ में मामला दर्ज किया गया और जांच अधिकारी सुरेश कुमार को तफ्तीश सौंपी गई.

मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त Superintendent of Police राजगढ़ किशोरीलाल, सहायक Superintendent of Police अभिजीत पाटिल के सुपरविजन और थानाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुल्जिम प्रवीण उर्फ खच्चर और धनराज उर्फ बाबू सहित एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार किया.

मास्टरमाइंड निकला गैंगस्टर कपिल पंडित

गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ के बाद इस फायरिंग के पीछे का मास्टरमाइंड कपिल कुमार शर्मा उर्फ कपिल पंडित सामने आया.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि कपिल पंडित लॉरेंस बिश्नोई और सम्पत नेहरा गैंग का सक्रिय सदस्य है. उस पर हत्या, लूट, फिरौती और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं.

फिलहाल कपिल भिवानी जिला जेल में बंद था, जहां से उसने विकास उर्फ पोपट (निवासी लोहारू) के जरिये अपने गुर्गों को राजगढ़ में सांखू फाटक शराब ठेके पर फायरिंग करने के निर्देश दिए थे.

भिवानी जेल से किया गया दस्तयाब, पुलिस रिमांड मंजूर

पुलिस ने इस खुलासे के बाद माननीय न्यायालय से वारंट प्राप्त किया और कपिल कुमार शर्मा पुत्र विमल कुमार शर्मा (26), निवासी बेवड़ थाना हमीरवास को भिवानी जेल से दस्तयाब कर गिरफ्तार किया.
शुक्रवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने कस्टडी रिमांड प्राप्त किया है.

एसपी जय यादव ने बताया कि कपिल पंडित ने अपनी गैंग की पहचान और दहशत का उपयोग कर शराब व्यापार में हिस्सेदारी के लिए यह घटना करवाई थी. मामले में पुलिस अब गैंग से जुड़े अन्य सहयोगियों और फंडिंग नेटवर्क की भी जांच कर रही है.

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